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कोरोना से बचना हे तो पढिये!

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कोरोना वायस से चीन में अब तक 200 से ज्यादा लोगो कि मृत्यू हो चुकी हे ! वही पुरी दुनिया इसके खोफ में हे, वही दुनिया में इसके बचाव के लिये चीन से आने वाले हर नागरिक की एअरपोर्ट पर जाच की जा रही हे और आपने नागरीकोको चीन के वुहाग शहर में जाने से मना किया जा रहा हे,
वही भारत में भी चीन से आने वाले हर नागरिक की स्क्रेनिंग की जा रही हे, वही आफवाहो का बाजार भी गर्म हे,सर्दी का महिना होणे के वजह से लोगो में खासी, सर्दी होणा वाजिब हे पर कोरोना के लक्षण भी कुछ इसी तरह होने की वजह से लोगो मे भय वातावरण हे, और लोग समझ नही पा रहे हे की ये हे तो चलिये समजते हे कोरोना वायरस के बारे मे,

कोरोना वायरस (सीओवी) का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है. इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है. इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था. डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं. अब तक इस वायरस को फैलने से रोकना वाला कोई टीका नहीं है.
इसके संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं. यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है. यह वायरस दिसंबर में सबसे पहले चीन में पकड़ में आया था. इसके दूसरे देशों में पहुंच जाने की आशंका जताई जा रही है.
वुहान है कोरोना वायरस का सबसे बड़ा केंद्र 
इसी वजह से इस बीमारी का केंद्र भी वहीं है। चीन के वुहान शहर में इन अजीबोगरीब जानवरों को खरीब-बिक्री की सबसे बड़ी मार्केट है, वहीं से इस खतरनाक वायरस का जन्म माना जा रहा है। वायरस इतना खतरनाक है कि जो इसकी चपेट में आ रहा है एक सप्ताह के दौरान उसकी मृत्यु निश्चित बताई जा रही है। फिलहाल चीन में तमाम वैज्ञानिक इस वायरस का टीका खोजने में लगे हुए हैं।  
वुहान में बेचे जाते हैं चमगादड़ 

https://youtu.be/TcS-TC-tnd4

चीन के जिस वुहान शहर से इस वायरस की उत्पत्ति मानी जा रही है, वहां की मार्केट में चमगादड़ भी बेचे खरीदे जाते हैं। चीन में चमगादड़ का सूप पीने का भी एक रिवाज है। कुछ शौकीन लोग चमगादड़ को खाते भी है।कोरोनावायरस के आनुवंशिक विश्लेषण ने वैज्ञानिकों को यह सोचने के लिए प्रेरित किया है कि ये वायरस सांपों में पाए गए, फिर उनसे चमगादड़ों में पहुंचे, चमगादड़ों का सेवन करने से ये मनुष्य में पहुंचे और अब ये अपने विकराल रूप में हैं। ब्रिटेन में रहने वाले चमगादड़ों(बैट्स) की 18 अलग-अलग प्रजातियां हैं। इनमें से कुछ चमगादड़ों की प्रजातियां मनुष्यों के आसपास भी रहती है जबकि कुछ जंगली इलाकों में ही रहते हैं। कई बार इन चमगादड़ों को लोग पकड़ते हैं और उनको इस तरह के बाजारों में लाकर बेच देते हैं। 
कैसे बर्ते सावधानिया:-
1)हाथ साबुन से या हॅन्डवॉश से अच्छे तरह से धोये!
2)बिमार जनवरो से दूर रहे !
3)सर्दी, खासी, बुखार, गले में खराश जैसे होते ही अपनी जांच करावा ले,
4)ऐसे हालत में बिमार व्यक्ती से दुरी रखें क्यूकी ये इन्फेकशन खासने से फैलता हे !
5) खासते व छीकते वक्त आपने मुह पर रुमाल या tissue नैपकिन रखें !
6)वही अंडा, मांस, मछली पक्का कर खाये !
आपणा व आपने परिजनो का इस वायर्स से बचाव करे व सेहत रहे !

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